कामाख्या मंत्र: "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे" उच्च कोटि के साधक यक्षिणी में स्वरूप या तो माँ स्वरूप लेते है या पुत्री स्वरूप. इसकी वजह है सही ज्ञान और मार्गदर्शन का अभाव. More than the hundreds of years, vashikaran developed as a strong Instrument inside the palms of adept https://laxmi78888.tblogz.com/how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai-can-be-fun-for-anyone-46159869